उदयपुर: अगर देश की महिलाओं की उन्नति, विकास और सशक्तिकरण करना है तो हमें अपराधशास्त्र व पुलिस विज्ञान जैसे विषयों को बढ़ावा देना होगा। इन विषयों के अध्ययन से महिलाएं न केवल अपने रोज़गार के अवसर बढ़ा सकती है बल्कि उनके प्रति बढ़ते अपराध को रोक भी सकती है। आज भी महिलाएं पुरुष परधान मानसिकता और परम्पराओं के चलते अपराध की समस्या से झूझ रही है| इससे बाहर निकलने के लिए जरुरत है की हम कॉलेज व महाविद्यालयों में अपराध, अपराधी, अपराधिक स्वाभाव, और अपराध के रोकथाम का सम्पूर्ण ज्ञान दे, और साथ ही साथ इन मुद्दों पर शोध भी करें|
यह विचार राज्य के क्राइम ब्रांच कंसलटेंट और सेण्टर फॉर क्रिमिनोलॉजी एंड पब्लिक पॉलिसी के मुख्य अपराधशास्त्री, आर. रोचिन चंद्रा ने शुक्रवार को उदयपुर में स्थित गुरु नानक पी.जी. कॉलेज के तत्वाधान में ‘अपराधशास्त्र और पुलिस विज्ञान’ विषय पर आयोजित एक कार्यशाला में व्यक्त किये। उन्होंने बताया की जिन महिलाओं के पास अपराधशास्त्र और पुलिस विज्ञान की उपाधि है, और जो अपना भविष्य अपराध व न्याय क्षेत्र में बना चाहते है, उन्हें सरकार रोज़गार में प्राथमिकता देती है। इसके अलावा, चाइल्ड प्रोटेक्शनऑफिसर, क्राइम रिपोर्टर, कॉर्पोरेट सिक्योरिटी एग्जीक्यूटिव, और बाल अपराधी काउंसलर के पद के लिए अपराधशास्त्र पढ़ी महिलाएं ज़्यादा योग्य होंगी, क्यूंकि उनके पास विभिन्न क्षेत्रों में हो रहे अपराध का स्पेसलीएस्ट नॉलेज होगा| ऐसा करने के लिए उन्होंने जनार्दन राय नगर राजस्थान विद्यापीठ के साथ मिलके अपराधशास्त्र और पुलिस विज्ञान जैसे कोर्स लागू करवाए है, जिसका आने वाले अक्टूबर माह में आगाज़ होगा। इन कोर्सेज में महिला उम्मीदवारों के लिए यूनिवर्सिटी द्वारा दस प्रतिशद छात्रवृति दी गयी है, और इस दौरान वे पुलिस, कोर्ट्स, और जेल विभाग द्वारा सामना की जा रही चुनौतियों व समस्याओं का प्रैक्टिकल ज्ञान लेंगे|
गुरुनानक कॉलेज में पढ़ रही एनसीसी और एनएसएस छात्राओं को सम्बोधित करते हुए, अपराधशास्त्री रोचिन ने बताया की “काफी बच्चे कोचिंग इंस्टीटूट्स को सरकारी दफ्तरों में पद पाने का पासपोर्ट समझते है, परन्तु मोदी सरकार की नयी योजना के अनुसार इंटरव्यू राउंड में ‘सब्जेक्ट मेटर स्पेशलिस्ट्स’ को ‘जेनरलिस्ट ज्ञान प्राप्त’ कैंडिडेट्स से पहले प्राथमिकता दी जा रही है| इस योजना को देश भर में प्रचलित करने के लिए हालही में गृह मंत्री, अमित शाह ने नेशनल पुलिस यूनिवर्सिटी खोलने का प्रपोजल कैबिनेट में पेश किया| इस लॉ के आने से अपराधशात्र और पुलिस विज्ञान पढ़ रहे बच्चे स्टेट पुलिस, सीआईएसएफ, सीआरपीएफ, और बीएसएफ में लेटरल एंट्री पा सकेंगे|”
कार्यशाला के संयोजक एवं गुरुनानक कॉलेज की प्रोफेसर, रेखा पालीवाल ने कार्यशाला के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए कॉलेज की गतिविधियों से अवगत कराया। इस मौके पर गुरुनानक कॉलेज के सेक्रेटरी, अमरपाल सिंह पावा, प्रेजिडेंट, चिरंजीव ग्रेवाल, एनएसएस इंचार्ज,अनीता चौबीसा, और वाईस प्र्रिंसिपल,अनुज्ञा पोरवाल के साथ डॉ देवयानी राठौर और डॉ अंजना पुरोहित भी मौजूद थे|